परम पूज्य विश्वगुरु स्वामी श्री महेश्वरानन्द पुरीजी की यात्रा की शुरुआत ११ मई को वैंकोवर से हुई। इस सप्ताह के कार्यक्रम का शीर्षक था- योग, आध्यात्मिक और सामाजिक स्वास्थय के लिये एक रास्ता। विश्वगुरुजी ने एक श्रृंखला के रूप में चक्रों पर व्याख्यान दिया ज्यादातर पहले दो - मूलाधर और स्वाधिष्टन चक्रों पर ध्यान केन्द्रित करना सीखाया।
विश्वगुरुजी द्वारा वैंकोवर में भक्तों के घरों की यात्रा भी की गई। एक शुभ अवसर पर उनके द्वारा सत्संग दिया गया जिसके अन्दर उन्होंने आशीर्वाद शब्द का अर्थ व महत्त्व बताया ।
इस यात्रा के दौरान हर सुबह विश्वगुरुजी एक बहुत ही सुन्दर स्टेनली उद्यान में टहलने जाते और वहाँ के भक्तों व बच्चों द्वारा उनका अनुगमन किया जाता। इस साल की यात्रा हरे-भरे रंगीन पेडों व नवजात जंगली जानवरों को देखने का आनन्द लिया गया। विश्वगुरुजी और समूह के लोगों द्वारा वैंकोवर २०११ में लगाये गये विश्व शांति पेड को देखने हेतु यात्रा की गई।
वैंकोवर यात्रा की समाप्ति के बाद विश्वगुरुजी सेन फ्रांसिस्को की यात्रा पर निकल गये।